रूस पर एक और बड़ा आरोप:बच्चों को सेना में भर्ती कर रहा रूस, ताकि यूक्रेन में मारे गए सैनिकों की कमी को पूरा कर सके!

 रूस-यूक्रेन जंग का आज 38वां दिन है। रूसी सैनिक यूक्रेनी शहरों में ताबड़तोड़ मिसाइलें दाग रहे हैं। दोनों देश नुकसान को लेकर कई तरह के दावे कर रहे हैं। इसी बीच यूक्रेन के एक बड़े अधिकारी ने रूसी सेना पर बच्चों को ह्यूमन शील्ड (ढाल) की तरह इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।





दरअसल, तुर्की में दोनों देशों के बीच हुई बैठक में रूस कीव में हमले कम करने पर राजी हुआ, जिसके बाद रूसी सैनिकों को पीछे हटते देखा गया। इसके बाद यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल ऑलेक्जेंडर मोटुज्यानिक ने कहा- दुश्मन अपने काफिले, अपने वाहनों को ले जाते समय यूक्रेनी बच्चों को ह्यूमन शील्ड के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि बच्चों के पेरेंट्स उनकी जानकारी यूक्रेनी सैनिकों को न दे सकें।


मोटुज्यानिक ने कहा- देश भर के कई प्रांतों में ऐसे मामले सामने आए हैं जहां बच्चों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।


रूसी सैनिकों पर महिलाओं से दरिंदगी का आरोप

इतना ही नहीं रूसी सैनिकों पर लूटपाट और रेप जैसे आरोप भी लग चुके हैं। एक यूक्रेनी महिला ने दावा किया था कि रूस के सैनिक महिलाओं का रेप कर रहे हैं। महिला ने कहा था कि पुतिन की फौज ने 17 साल की लड़की से रेप किया और बाद में बेरहमी से उसका कत्ल कर दिया। विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने भी रूसी सैनिकों पर यूक्रेनी महिलाओं से रेप का आरोप लगाया था।


जाते-जाते घरों को लूट रहे रूस के सैनिक

यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओलेग निकोलेंको ने भी रूसी सेना पर कीव से पीछे हटने के दौरान घरों को लूटने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा- जब रूसी सैनिक भारी नुकसान के बाद कीव से पीछे हट रहे हैं, तो वे घरों से इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, जूते सब लूट रही है। धिक्कार है ऐसी सेना पर। हम ये कभी नहीं भूलेंगे और न ही इन्हें कभी माफ करेंगे। शहरों में घुसे रूसी सैनिकों पर पहले भी लूटपाट के आरोप लगे थे।


रूस के सैनिक को खार्किव में घुसने के बाद एक डिपार्टमेंटल स्टोर में सामान उठाते हुए देखा गया था।


डोनबास पर टिकीं पुतिन की नजरें

हमले कम करने और रूसी सेना के कीव से पीछे हटने वाली बात पर अमेरिका को भरोसा नहीं है। अमेरिका का कहना है कि कीव के आसपास से रूसी सेना की मूवमेंट वापसी नहीं है, बल्कि रीडिप्लॉयमेंट है। वहीं, यूक्रेन का कहना है कि रूसी सैनिक अब यहां के पूर्वी डोनबास इलाके की आजादी पर फोकस करेंगे। रूस जंग की शुरुआत में ही डोनबास के डोनेट्स्क और लुहान्स्क इलाके को स्वतंत्र देश की मान्यता दे चुका है।

*

Post a Comment (0)
Previous Post Next Post