हरियाणा का हिसार. यहां केंद्र सरकार द्वारा संचालित एक रेसिडेंशियल स्कूल की एक वॉर्डन ने प्रिंसिपल पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. वॉर्डन तलाकशुदा हैं. आरोप है कि ब्रेस्ट कैंसर की वजह से पत्नी की ब्रेस्ट सर्जरी का हवाला देकर प्रिंसिपल वॉर्डन से एक-दूसरे की ज़रूरत पूरी करने जैसी बातें करता था. आरोप है कि प्रिंसिपल और डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट कंट्रोलर (DPC) के साथ संबंध नहीं बनाने की वजह से उन्हें परेशान भी किया गया.
आज तक से जुड़े प्रवीण कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी प्रिंसिपल लंबे वक्त से वॉर्डन पर यौन संबंध बनाने का दबाव डाल रहा था. वॉर्डन ने DPC पर भी यौन शोषण के आरोप लगाए हैं. महिला वॉर्डन ने हिसार के एसपी को चिट्ठी लिखी थी, जिसके आधार पर FIR दर्ज की गई है.
महिला ने अपनी शिकायत में लिखा था कि वो तीन साल से हॉस्टल वॉर्डन के तौर पर काम कर रही थी. तीन साल में उसकी कभी कोई शिकायत नहीं हुई थी. 2021 में प्रिंसिपल ने जॉइन किया. शिकायत के मुताबिक, जॉइन करते ही प्रिंसिपल ने वॉर्डन से उनकी पर्सनल लाइफ को लेकर सवाल पूछने शुरू कर दिए. जब वॉर्डन ने अपने तलाकशुदा होने की बात बताई तो प्रिंसिपल उन्हें अपनी पत्नी के ब्रेस्ट कैंसर और उसकी वजह से हुई ब्रेस्ट सर्जरी के बारे में बताने लगा. शिकायत के मुताबिक, प्रिंसिपल ने वॉर्डन से कहा-
‘आप ही बताओ बिना छाती की भी कोई औरत होती है. आपकी और मेरी स्थिति एक जैसी है. हम दोनों परेशान हैं, हमारा एक साथ अच्छा गुज़ारा हो जाएगा.’
शिकायत के मुताबिक, प्रिंसिपल ने वॉर्डन से ये भी कहा था कि कोई ज़रूरत हो तो वॉर्डन बता दिया करें, इससे DCP भी परेशान नहीं करेंगे, बार-बार नहीं आएंगे. प्रिंसिपल ने ये भी कहा था कि वो और DCP वॉर्डन को खुश रखेंगे. वॉर्डन की शिकायत है कि इसके बाद प्रिंसिपल उनसे रोज़-रोज़ पूछने लगा कि वॉर्डन ने उनके बारे में क्या सोचा. वॉर्डन ने कई दिन तक सवाल को टालने की कोशिश की, लेकिन प्रिंसिपल रोज़ पूछता रहा. आखिर में जब वॉर्डन ने मना किया तो प्रिंसिपल ने धमकाया कि उनकी (वॉर्डन की) मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
वॉर्डन को प्रिंसिपल ने 12 घंटे बंद रखा, नौकरी से निकाल दिया
शिकायत के मुताबिक, 30 जुलाई, 2021 को DPC ज्ञान सिंह और APC अनिल यादव ने स्कूल का दौरा किया था. दोनों ने वॉर्डन के साथ बदतमीज़ी की थी. इसके बाद 6 अगस्त को दोनों ने फिर से स्कूल का दौरा किया. तब भी दोनों ने वॉर्डन के साथ गलत व्यवहार किया. शिकायत के मुताबिक, 13 अगस्त को DCP ने फिर से हॉस्टल का इंस्पेक्शन किया और उसके बाद वॉर्डन की परेशानी बढ़ी दी. वॉर्डन पर बच्चों को भूख से मारने के आरोप लगाए गए, उन्हें राशन के लिए परेशान किया जाने लगा, छोटी-छोटी बात के लिए उन्हें परेशान किया जाने लगा. दूसरी तरफ उन पर लगातार यौन संबंध बनाने का दबाव बनाया जा रहा था.
वॉर्डन का कहना है कि 6 दिसंबर, 2021 को उन्हें अचानक सेवा से बर्खास्त कर दिया गया. इस दिन शाम को करीब 6 बजे स्कूल प्रिंसिपल हॉस्टल पहुंचा और चौकीदार को आदेश दिया कि अंदर से ताला लगा दे. वॉर्डन का आरोप है कि प्रिंसिपल ने चौकीदार को ये निर्देश भी दिए कि सुबह तक दरवाज़ा नहीं खुलना चाहिए. आरोप है कि वॉर्डन को 12 घंटे तक अंदर बंद रखा गया, इस दौरान वो डरी रही. शिकायत के आधार पर महिला थाना में IPC की धारा 354 (महिला की गरिमा पर चोट के मकसद से हमला), 354 ए (सेक्शुअल कमेंट करना, सेक्स की डिमांड करना), 342 (किसी को गलत तरीके से बंदी बनाकर रखना) और 34 (एक ही आपराधिक मकसद को पूरा करने के लिए कई लोगों का मिलकर काम करना) के तहत केस दर्ज किया गया.