रवीना टंडन को फिल्म KGF 2 में उनकी परफॉर्मेंस के लिए जमकर तारीफें मिल रही हैं। रवीना ने हाल ही में एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि एक फिल्मी फैमिली से बिलॉन्ग करने के बाद भी उन्होंने अपने करियर की शुरुआत स्टूडियो के फर्श पर उल्टियां साफ करने से की थी। साथ ही रवीना ने बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वो एक्ट्रेस बन जाएंगी।
10वीं के बाद प्रहलाद कक्कड़ के साथ काम किया
रवीना ने बताया कि 10वीं क्लास पूरी करने के बाद वह डायरेक्टर प्रहलाद कक्कड़ को असिस्ट किया करती थीं। उन्होंने बताया, "मैंने अपने करियर की शुरुआत स्टूडियो के फर्श पर पोछा लगाने और उल्टियां साफ करने से की थी। मैं डायरेक्टर प्रहलाद कक्कड़ को असिस्ट किया करती थी। तब वो मुझसे कहा करते थे कि तुम स्क्रीन के पीछे क्या कर रही हो, तुम्हें तो स्क्रीन के सामने होना चाहिए। और मैं हमेशा बोलती थी, 'नो नो मैं एक्ट्रेस? कभी नहीं।' मैं इस इंडस्ट्री में इत्तेफाक से हूं, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं एक एक्टर बनूंगी।"
कैसे बनीं मॉडल से एक्टर
रवीना ने आगे बताया कि वो फिल्मों में आने से पहले मॉडलिंग किया करती थीं। जब वो कक्कड़ के साथ काम कर रही थीं तब अगर कोई मॉडल सेट पर नहीं पहुंच पाती थी तो डायरेक्टर रवीना को मेकअप करके पोज देने के लिए कहते थे। तब रवीना ने डायरेक्टर के लिए फ्री में मॉडलिंग करने के बजाय इससे कुछ पैसा कमाने का सोचा। इसके बाद रवीना को फिल्मों के ऑफर आने लगे। रवीना ने बताया कि उन्हें उस वक्त न तो एक्टिंग आती थी, ना डांस और ना ही डायलॉग बोलने आते थे। सब उन्होंने काम करते हुए धीरे-धीरे सीखा।
पहली फिल्म के लिए मिला फिल्मफेयर अवॉर्ड
रवीना टंडन ने इंडस्ट्री में अपने करियर की शुरुआत साल 1991 में आई फिल्म 'पत्थर के फूल' से की थी। जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड 'लक्स न्यू फेस ऑफ द ईयर' से नवाजा गया था। रवीना को 2001 में उनकी फिल्म 'दामन' के लिए नेशनल फिल्म अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।