उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक घर के भीतर एक साथ 5 लोगों की लाशें मिली हैं. इनमें तीन बच्चे शामिल हैं. घटना नवाबगंज थाना क्षेत्र के खागलपुर गांव की है. पुलिस को शनिवार, 16 अप्रैल की सुबह करीब 7:30 इसकी जानकारी मिली तो छानबीन शुरू हुई. मामले में पुलिस ने कहा कि घर से दो पेज का नोट मिला है, जिसकी जांच की जाएगी. पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि परिवार के मुखिया ने अपनी जान लेने से पहले दूसरे सदस्यों को भी मार डाला. पत्नी और तीन बच्चों के गले पर चोट के निशान थे.
प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार ने मीडिया को बताया कि एक फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड जांच के लिए घटनास्थल पर भेजे गए हैं. एसएसपी ने कहा,
“हमारी टीम घर की एक-एक चीजों की पड़ताल कर रही है. जहां घर के मुखिया राहुल तिवारी की बॉडी लटकी हुई थी, वहां दो पन्ने का नोट मिला है. अभी हम इसे सुसाइड नोट नहीं कह रहे हैं. हम इसकी जांच करेंगे, तभी कुछ कहा जा सकेगा. उनके परिवारवालों ने कहा है कि ये राहुल तिवारी की ही हैंडराइटिंग है. लेकिन हम इसका मिलान करेंगे.”
एसएसपी ने आगे बताया कि नोट में लिखा है कि ससुराल पक्ष की तरफ से लगातार उनका उत्पीड़न किया जा रहा था. उन्होंने कहा,
“नोट में लिखा है कि उनके साले और दो अन्य लोग उन्हें परेशान कर रहे थे. कुछ और लोगों के नाम भी लिखे हैं, लेकिन वे अभी इसे नहीं बता पाएंगे. क्योंकि इससे जांच प्रभावित हो सकती है. हम सभी एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं.”
पुलिस ने बताया कि मृतक राहुल का शरीर साड़ी के फंदे से आंगन के ऊपर की जाली से लटका हुआ था. उसके शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं था. प्रयागराज पुलिस ने कहा कि मामले में केस दर्ज कर 7 टीमों को जांच में लगा दिया गया है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
अखिलेश ने बताया ‘हत्याकांड’
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर यूपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने इस घटना को ‘हत्याकांड’ बताया और कहा कि बीजेपी 2.0 के राज में उत्तर प्रदेश अपराध में डूबा हुआ है. अखिलेश यादव ने ट्वीट किया,
“प्रयागराज हत्याकांड से राज्य भय और असुरक्षा के भाव से भर गया है. इस संबंध में तुरंत कार्रवाई करके प्रदेश को भयमुक्त करना बीजेपी सरकार की नैतिक और शासकीय जिम्मेदारी है. बीजेपी चुनावी राजनीति से बाहर निकलकर अपनी सरकार होने की उपस्थिति दर्ज कराए.”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस घटना पर दुख जताया. उन्होंने सीनियर पुलिस अधिकारियों को निष्पक्ष तरीके से मामले की जांच करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है.